करें गैस का घरेलू उपचार जानें पेट की गैस को जड़ से खत्म करने के उपाय और पाएं हमेशा के लिए राहत - तुरंत गैस भगाने के उपाय - गैस की रामबाण दवा -pet ki gas ko jad se khtam karne ke upaye - || pet gas ka gharelu upay ||
पेट की गैस जिसे पेट फूलना या पेट में सूजन के रूप में भी जाना जाता है यह दिक्कत तब अधिक होती है जब पाचन तंत्र बिगड़ जाता है। यह विभिन्न कारणों से हो सकता है जिसमें मुख्य रूप से खाने या पीने के दौरान हवा निगलना, गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना और अजीर्ण, मन्दाग्नि, अतिसार, अग्निमांद्य आदि पाचन विकारों के कारण होता है। कभी-कभी गैस बनना सामान्य है लेकिन अत्यधिक या लगातार गैस परेशान करने वाली हो सकती है। तो इस लेख के माध्यम से पेट की गैस को जड़ से खत्म करने के उपाय के बारे में जाने जो तुरंत गैस भगाने के उपाय के रूप में काम करते है।
यदि आप भी अफारा यानि पेट की गैस से लंबे समय से परेशान है तो इस पोस्ट में अंत तक हमारे साथ बने रहे क्योंकि आज इस पोस्ट में हम गैस का घरेलू उपचार के साथ-साथ एक सबसे बढ़िया गैस की रामबाण दवा के बारे में भी बतायेगें जिसका उपयोग आप अपने घर पर मँगवाकर कर सकते है।
पेट की गैस को जड़ से खत्म करने के उपाय
घरेलू उपचारों को अक्सर पेट की गैस की समस्याओं के प्रबंधन के लिए सबसे अच्छे तरीकों में से एक माना जाता है क्योंकि वे प्राकृतिक होते हैं आसानी से उपलब्ध होते हैं और आमतौर पर अन्य दवाओं की तुलना में उनके कम दुष्प्रभाव होते हैं। यहां बताया गया है कि पेट की गैस से राहत के लिए घरेलू उपचार प्रभावी क्यों हैं:
पेट की गैस की समस्या को दूर करने में घरेलू उपचार अत्यधिक प्रभावी होते हैं। क्योंकि ये प्राकृतिक उपचार असुविधा को कम करने और पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक सौम्य लेकिन शक्तिशाली दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।
इसके साथ ही पेट की गैस के लिए सबसे फायदेमंद घरेलू उपचारों में से एक है पुदीने की चाय। जिसमें एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं जो पाचन तंत्र में मांसपेशियों को आराम देकर गैस और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा कुछ उपाये नीचे दिए गए है जिनको आप अपनी पेट की गैस को दूर करने के लिए उपयोग कर सकते है।
गैस का घरेलू उपचार
- अदरक का रस, नीबू का रस और शहद 6-6 ग्राम लेकर (तीनों को मिलाकर) दिन में 3 बार चटायें। यह पेट गैस का घरेलू उपचार न केवल गैस को दूर करता है बल्कि पेट फूलने से भी राहत देता है।
- यदि आप पेट गैस और कब्ज से लंबे समय से परेशान है तो प्रतिदिन 3 छोटी हरड़ मुख में डालकर चूसें।
- आक के पीले पत्ते 100 ग्राम, नमक 10 ग्राम दोनों को कूटपीस कर व घोटकर चने के आकार की गोलियाँ बनाकर छाया में सुखा लें। प्रतिदिन 2- 3 गोलियाँ चूसें।
- दूषित अन्न की डकारें आती हों तथा उदर में वायु (गैस) भरी हो तो – 1 रत्ती हींग घी मिलाकर निगलवायें से यह दिक्कत ठीक हो जाती है।
- छोटी इलायची का चूर्ण 4-6 रत्ती तथा भुनी हींग 1 रत्ती थोड़े नीबू रस के साथ मिलाकर पीने से पेट में गैस का बनाना बंद हो जाता है।
- हीरा हींग 2 रत्ती को थोड़े जल में घिसकर कुछ गरम करके फिर रुई का फोहा भिगोकर बच्चे की नाभि पर रखने से अफारा दूर हो जाता है।
- वच, हरड़, चित्रकमूल, जवाखार, पीपल, अतीस, कूट सभी को एक समान मात्रा में लेकर कूट पीसकर चूर्ण बनाकर सुरक्षित रख लें। इसे 3-3 ग्राम की मात्रा में गुनगुने जल के साथ
देने से अफारा और पेट में बार-बार गैस बनना बंद यानि दूर हो जाता है। - लौंग का चूर्ण डेढ़ ग्राम खौलता हुआ पानी आधा किलो लें। जब पूरी तरह लौंग घुल जाये तब छान लें। इसे 25 ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन 3 बार सेवन करें। यह उपाये गैस को दूर करता है।
- सौंफ के बीज का उपयोग सदियों से पाचन संबंधी समस्याओं के प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जाता रहा है। सौंफ के बीज चबाने या सौंफ की चाय पीने से पाचन तंत्र में मांसपेशियों को आराम देने, गैस बनने को कम करने और सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
- प्याज, अदरक व लहसुन का रस प्रत्येक 1-1 चम्मच में 3 चम्मच शहद मिलाकर भोजन से पूर्व चाटना चाहिए। जिससे रोगी की गैस दूर होती है और कब्ज भी नहीं होती है।
- सिरके के साथ प्याज पीस कर सेवन करना भी लाभकारी है। इसमें अदरक का रस और कुछ काला नमक डालना और भी अधिक गुणकारी है।
- कैमोमाइल चाय अपने शांत गुणों के लिए जानी जाती है जो पेट को शांत करने और पेट में गैस के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करती है।
- पिसी हुई काली मिर्च 2 ग्राम फांककर ऊपर से नीबू का रस मिलाये हुए गरम जल को पीयें। शाम और रात्रिकाल में 10-12 दिनों तक इसके निरन्तर प्रयोग से गैस बनना बन्द हो जाता है।
- सुबह खाली पेट गर्म नींबू पानी पीने से पाचन को बढ़ावा देने और पूरे दिन गैस बनने से रोकने में मदद मिल सकती है। नींबू के रस में साइट्रिक एसिड होता है जो भोजन को अधिक कुशलता से तोड़ने में मदद करता है जिससे गैस और कब्ज की संभावना कम हो जाती है।
- अदरक अपने पाचन गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसमें जिंजरोल्स और शोगोल्स होते हैं जिनमें सूजन-रोधी प्रभाव होते हैं जो पाचन तंत्र को शांत करते हैं और गैस से राहत देते हैं। अदरक की चाय का सेवन या भोजन में ताजा अदरक शामिल करने से सूजन और पेट गैस की परेशानी को कम करने में मदद मिलती है।
- गैस से राहत के लिए एक और लोकप्रिय आयुर्वेदिक उपाय अजवाइन है। अजवाइन के बीज थाइमोल से भरपूर होते हैं यह एक ऐसा यौगिक जो पाचन मांसपेशियों को आराम देने, गैस बनने को कम करने और सूजन को कम करने में मदद करता है। भोजन के बाद गर्म पानी के साथ एक चम्मच अजवाइन के बीज का सेवन पाचन में सहायता करता है और गैस बनने से रोकता है
नोट:- ये 16 घरेलू उपचार न केवल प्रभावी हैं बल्कि सुरक्षित और आसानी से उपलब्ध भी हैं जो इन्हें प्राकृतिक रूप से पेट की गैस के प्रबंधन के लिए उत्कृष्ट विकल्प बनाते हैं। इसलिए यदि आप लंबे समय से पेट में गैस या कब्ज से परेशान है तो आप इन पेट में गैस बनना घरेलू उपाय का उपयोग अपनी दैनिक दिनचर्या में कर सकते है।
गैस की रामबाण दवा
आयुर्वेद में पेट की गैस की समस्या से निपटने के लिए कई प्रभावी औषधियां और उपाय मौजूद हैं। गैस से राहत के लिए सबसे प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दवाओं में से एक त्रिफला चूर्ण है। यह अपने पाचन गुणों और शरीर में तीन दोषों (वात, पित्त और कफ) को संतुलित करने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध है। त्रिफला चूर्ण पाचन को नियंत्रित करने, आंत के स्वास्थ्य में सुधार और पेट में गैस के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
लेकिन दूसरी और हिंगवास्टक चूर्ण एक हर्बल पाउडर है इसके अतिरिक्त हिंगवास्टक चूर्ण एक ऐसा हर्बल पाउडर है जिसमें हिंग अदरक, अजवाइन और काला नमक जैसे तत्वों का मिश्रण होता है जो पेट की गैस और अपच से राहत देने में अत्यधिक प्रभावी है। क्योंकि यह हर्बल पाउडर पाचन अग्नि को उत्तेजित करके पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करता है जिससे पेट की गैस कम होती है। इसके साथ ही यदि आप गैस और कब्ज से लंबे समय से परेशान है तो आप इन चूर्ण को यहाँ से ऑर्डर देकर अपने घर मँगवा सकते है।
इसके साथ ही त्रिकटु चूर्ण तीन तीखी जड़ी-बूटियों – अदरक, काली मिर्च और पिप्पली के मिश्रण से बना होता है जो एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग आमतौर पर गैस से राहत के लिए किया जाता है। त्रिकटु चूर्ण पाचन को बढ़ाने, सूजन को कम करने और समग्र गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य को बढ़ावा देकर गैस की समस्या को कम करता है।
निष्कर्ष
आज इस पोस्ट में हमने आपको बताया है कि पेट की गैस को जड़ से खत्म करने के उपाय कौन-कौन से है और इसको कैसे लेना चाहिए इसके साथ ही तीन गैस की रामबाण दवा पर भी चर्चा की है जिसका उपयोग गैस के साथ-साथ कब्ज को ठीक के लिए भी किया जा सकता है। क्योंकि त्रिफला चूर्ण, अजवाइन, हिंगवास्टक चूर्ण और त्रिकटु चूर्ण जैसी आयुर्वेदिक दवाएं गैस से राहत के लिए सुरक्षित और प्रभावी विकल्प प्रदान करती हैं।
इसके अलावा संपूर्ण पाचन स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए पेट की गैस का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करना आवश्यक है। जिसमें जीवनशैली में बदलाव जैसे आहार में बदलाव, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन के साथ-साथ पुदीना चाय, अदरक और सौंफ के बीज जैसे प्राकृतिक उपचारों को शामिल करने से लक्षणों को कम करने और गैस बनने से रोकने में मदद मिल सकती है। इन रणनीतियों को संयोजित करने वाले समग्र दृष्टिकोण को अपनाकर, व्यक्ति पेट की गैस से राहत पा सकते हैं और बेहतर पाचन क्रिया का आनंद ले सकते हैं।
किसी भी आयुर्वेदिक दवा का उपयोग करने से पहले एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक या स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है क्योंकि वे व्यक्तिगत संविधान और स्वास्थ्य स्थितियों के आधार पर वैयक्तिकृत सिफारिशें प्रदान कर सकते हैं।