आज ही करें घर पर पेट दर्द का अचूक उपाय - दवा का नाम और उसका उपयोग - pet dard ka gharelu upchar

पेट दर्द, सभी उम्र के व्यक्तियों द्वारा अनुभव की जाने वाली एक आम पीड़ा है। एक कष्टदायक अनुभूति है जो हल्की असुविधा से लेकर गंभीर पीड़ा तक हो सकती है। अक्सर विभिन्न कारकों से उत्पन्न, पेट दर्द विभिन्न रूपों में प्रकट हो सकता है, जैसे ऐंठन, सूजन, या तेज, स्थानीयकृत दर्द। इसके साथ ही दर्द हमारे शरीर से एक संकेत के रूप में कार्य करता है जिससे हमे पता चलता है कि पाचन अंगों की जटिल प्रणाली में कुछ गड़बड़ है। इसकी व्यापकता को देखते हुए, पेट दर्द के कारणों, लक्षणों और संभावित उपचारों की खोज राहत और समझ चाहने वालों के लिए जरूरी हो जाती है। इसलिए आज इस पोस्ट मे हमने घर पर पेट दर्द का अचूक उपाय के साथ – साथ दवा का नाम और उसका उपयोग पर भी चर्चा की है।

पेट दर्द की व्यापकता मानव स्वास्थ्य के क्षेत्र में इसके महत्व को रेखांकित करती है। चाहे आहार संबंधी अविवेक, पाचन संबंधी समस्याएं, या अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों से उत्पन्न, पेट दर्द दैनिक जीवन को बाधित कर सकता है। यह लेख मानव पेट दर्द की बहुमुखी प्रकृति पर प्रकाश डालता है। इसकी जटिलताओं को उजागर करता है ताकि पाठकों को इस सामान्य असुविधा को पहचानने, प्रबंधित करने और संभावित रूप से रोकने के लिए ज्ञान प्रदान किया जा सके।

पेट दर्द का अचूक उपाय - Stomach pain in Hindi

पेट दर्द के कारण - Pet mein dard kyon hota hai

कारण : इस प्रकार का दर्द अधिकतर छोटे-छोटे शिशुओं को प्रायः अजीर्ण या कब्ज के कारण हो जाता है। ज्यादा तम्बाकू या चाय के प्रयोग से भी यह रोग हो जाता है। उपरोक्त कारण के अतिरिक्त कब्ज, आमाशय, सोजन, आमाशय घाव, अपंडे साइटस, पथरी गुर्दा, संग मरारा, मलेरिया का विष, नकरस, दर्द दिल के कारण से भी यह रोग हो जाता है।

पेट दर्द के लक्षण - Pet Dard Symptoms in Hindi

लक्षण : पेट में अधिक दर्द और जलन की शिकायत होती है। कोडी के स्थान पर अधिक दर्द और जलन होती है। जिसे दबाने से आराम मिलता है, डकारें आती हैं। जी मचलाता है और प्रायः वमन हो जाती है। यदि उसके साथ आमाशय में ऐण्ठन हो तो उस समय दर्द अति भयानक प्रकार का होता है। जिससे रोगी बेचैन हो जाता है और कभी-कभी मूर्छा भी हो जाती है और रोगी का जीवन खतरे में पड़ जाता है।

पेट दर्द की गैस्ट्रोएंटरोलॉजी चिकित्सक - Pet dard ka ilaaj

डाक्टर चिकित्सा : वास्तविक कारण प्रतीत करके इलाज करें। प्रायः वायु निकालने वाली कब्ज खोलने वाली औषधियों से पेट के दर्द को आराम हो जाता है। इसके लिए निम्नलिखित नुस्खे बहुत लाभदायक हैं।

(1) सोडा बाई कार्ब 10 ग्रीन, स्प्रिंट अमोनिया ऐरोमेटिक 14 मिनिम, टिंक्चर कार्डीयम को 15 मिनिम, टिंक्चर जंजर 10 मिनिम, स्प्रिट क्लोरोफार्म 15 मिनिम, अर्क पुदीना 1 औंस। ऐसी एक-एक खुराक खाने के पश्चात् सायं व प्रातः दें। दर्द आमाशय. खट्टे डकार, कलेजा जलना, अजीर्ण, भूख अभाव के लिए लाभदायक इलाज है।


(2) बाई कार्बोनेट आफ सोडियम 20 ग्रीन, ऐरोमैटिक स्प्रिंट आफ अमोनिया 15 बूंद टिंक्चर जंजर 10 बूंद, पेपरमिण्ट वाटर 1 औंस ऐसी एक-एक खुराक सायं व प्रातः खाना खाने के पश्चात् प्रयोग करायें। अफारा और बदहजमी के लिए लाभदायक है।

इसके अतिरिक्त सोडामिंट की गोलियां जो सतपुदीना और सोडा बाइकार्ब मिलाकर बनाई गई हों भी दर्द आमाशय और अजीर्ण के लिए अचूक हैं।

दर्द को दूर करने के लिए कोडोपाईरीन एक गोली या सारीडान एक गोली गर्म चाय से खिलायें। कभी-कभी दर्द आरम्भ होने से पहले कोई खुश्क खुराक बिस्कुट तथा डबल रोटी खाने से दर्द को आराम हो जाता है। यदि कब्ज हो तो कस्ट्राईल या मेगसलफास का जुलाब दें।

पेट दर्द में कौन सा दवाई खाना चाहिए - Best Medicine for Stomach Pain

1. यूकौल (Eucqual) सिपला, शूल, उदर (आमाशय) गैस, अफारा के लिए लाभकारी है। एक-दो टिकिया हर बार भोजन उपरान्त ताजा पानी से दें। बालकों को आयु अनुसार दें।

2. एन्ट्रीनिल (Antrenyl) सिवा उदर शूल, पैत्तिक शूल में लाभकारी है। एक टिकिया या 15 से 30 बूंद दिन में तीन या चार बार दें। अधिक समय तक काम करने वाली एन्ट्रीमिल ड्यूपलेकस (Antrenyl Duplex) टिकिया भी मिलती हैं। यह दुगुना समय काम करती हैं। आक-सोफीनोनीम ब्रोमाइड है।

3. कैम्फोरोडाईन (Camphorodyne) : अलैम्बिक यह कैम्फर क्लोरोफार्म, आयल मैन्था पिप, टिंक्चर कॅनाबस इन्डीका. मारफियन हाईड्रोक्लोर, एसिड
हाईड्रोसयानिकडिल का मिश्रण है। अजीर्ण, उदर शूल, वमन, आन्त्रक शूल में लाभकारी है। विशूचिका के अतिसार में भी लाभकारी है। 15 से 20 बूंद में आधा औंस पानी मिलाकर दो-दो घण्टे पश्चात् दें। चिकित्सक के परामर्श से मात्रा और समय में परिवर्तन किया जा सकता है।

4. गैसट्रोलान (Gastrolon) स्टैन्डर्ड फारस्ययोसीटिकल-दो से चार चमचे भोजन से पूर्व दोनों समय लें। वमन जी मिचलाना, आमाशय मूल हिचकी आदि के लिए लाभकारी है।

5. न्यू आवटीनम (Neu-Dettum) नाल 20-20 बूंद हर चार घंटे बाद या एक एमपूल मांसपेशी टीका लगायें या इसकी एक-दो गी 3-4 बार पानी में निगल जाये ।

पेट दर्द और उल्टी के लिए घर उपचार

यदि दर्द साधारण हो तो रोगी को सोडावाटर (लेमन) की एक बोतल पिलाये या नमक सुलेमानी या दो टिकियां हवे कबद नौशादरी अर्क साफ के साथ खिलायें। निम्नलिखित नुस्खे भी इस रोग के लिए लाभदायक है।

1. दर्द आमाशय की औषधि नमक लाहौरी, नमक काला नमक समिर प्रत्येक 4 चील नोशादर फली 2 सोला, मिर्च काली 4 तोला जीरा फूल आक 6 तोला, सबको बारीक, पीस लें फिर नींबू के रस में 24 घंटे तक खरल करें। चने की भाँति गोलियाँ बनायें, एक गोली पानी के साथ दें, हर प्रकार के पेट के दर्द और पाचन शक्ति को बढ़ाने वाली है।

2. अमृतधारा : सत पुदीना सत आजवायन काफूर बराबर-बराबर 2 शीशी में बाल लें। घुल जाने पर एक-दो बूंद बताशे में डाल कर दें। हर प्रकार के दर्द को लाभदायक है।


3. जीरा काला कश्मीरी 3 माशा सबको पृथक 2 कूट छानकर मिला लें। खुराक 1 या 2 माशा गर्म पानी या अर्क सौफ से दें। आमाशय की कमजोरी अफारा, हिचकी चमन, मतली, अतिसार और दर्द जिगर के लिये अचूक है. वायु को निकालती है।

अन्य : नौशादर फली 2 तोला, इलायची छोटी 2 तोला, काली मिर्च एक तोला, नमक काला 15 तोला, पिपरमिंट कृस्टल । रती. सबको बारीक करके शीशी में बन्द रखें। में खुशक एक रती मुंह में डालकर रस चूसे यह अमाशय के हर रोग के लिए जादू को काम करती है। पेट के दर्द को गले से उतरते ही लाभ हो जाता है।

पेट दर्द की आयुर्वेदिक दवा - Pet Dard ki Ayurvedic dawa in Hindi

लवण भास्कर चूर्ण

वहींग वास्टेक चूर्ण, हींग वादी चूर्ण स्वादिष्ट चूर्ण गन्धक वटी राज वटी बहुत लाभदायक औषधियां है जिनके नुस्खे इस प्रकार हैं।

लवण भास्कर चूर्ण (शारंगधर) नमक सॉमर 8 तोला, अनारदाना 4 तोला, नमक सुच्चर [5] तोला, नमक विड़ नमक सेवा पिपलामूल जीरा काला, पिपली, तेजपात, अमलवेद, नागकेसर प्रत्येक 2 तोला मिर्च काली, सोंठ, जीरा सफेद प्रत्येक 1 तोला, दालचीनी, इलायची छोटी 6 माशा सब औषधियों का सकूफ बनाकर सात दिन तक नींबू के रस में भिगो कर फिर सुखाकर शीशी में बन्द रखें। मात्रा-1 माशा से 4 माशा गर्म पानी या अर्क सौफ के साथ दें।

लाभ- पाचक, यूशाअपसमार, बवासीर, तिली, संग्रहणी, अजीर्ण और कब्ज और दर्द पेट के लिये लाभदायक है। आमाशय और आंतों की वायु खारिज करता है। खुराक को शीघ्र पचाता है और पेट की बीमारियों के लिए लाभदायक है।

निष्कर्ष

आज इस लेख मे हमने घर पर पेट दर्द का अचूक उपाय के साथ -साथ दवा का नाम और उसका उपयोग के बारे में बताया है इसलिए मानव पेट दर्द को समझना और उसका समाधान करना समग्र कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। मामूली अपच से लेकर अधिक गंभीर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं तक, लक्षणों को पहचानना और उचित चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन सहित स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से पेट दर्द को रोकने में महत्वपूर्ण योगदान मिलता है।

यदि आप लगातार या गंभीर पेट दर्द का अनुभव कर रहे हैं। तो संपूर्ण निदान और व्यक्तिगत उपचार योजना के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना आवश्यक है। याद रखें, आपके पेट का स्वास्थ्य आपके समग्र स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। और किसी भी असुविधा को दूर करने के लिए कदम उठाना आपके दीर्घकालिक स्वास्थ्य और खुशी में एक निवेश है। अभी अपने पेट रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से बात करें।

सभी व्यक्तियों के लिए अपने शरीर की बात सुनना, ट्रिगर्स की पहचान करना और पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए उचित विकल्प चुनना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। सही ज्ञान और सक्रिय उपायों के साथ, व्यक्ति अपने पेट के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी ले सकते हैं। और अधिक आरामदायक और पूर्ण जीवन सुनिश्चित कर सकते हैं।

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